दूरी है जरूरी....
दूरी है जरूरी....
मनुष्य के स्वार्थ के आगे व्यर्थ हुए सरकार के फैसले,
बढ़ानी थी दूरी इन्होंने कम कर दिए फासले।
घर बैठे तू चाहे जितना खाना ठूंस ले,
पर बाहर निकल कर कमजोर ना कर वर्दी वालों के हौसले।
पहली बार जंग लड़ी जा रही है सरहद से परे दवाखाने में,
यहां गोलियां दागी जा रही है अपनों की जान बचाने के लिए।
तुम्हें सैनिक नहीं बनना है ना ही गोलियों का हकदार,
सरकार के आदेशों को करो पूरे दिल से स्वीकार।
