दफ़न कर दो
दफ़न कर दो
दफ़न कर दो दिल की नफरत को
मोहब्बत की बहार यौवन में आने दो
दरख्तों की किस्मत में होता है जुदा होना
अलग होते हैं शाखों से, तो हो जाने दो
जो मुंह मोड़ गया उसको तो
भुलाना ही अच्छा
अश्क़ मोती होते हैं, व्यर्थ न जाने दो
पंछियों की फितरत में होता है
उन्मुक्त गगन में उड़ना
घुटन को अपनी आदत न बन जाने दो
