देन
देन
वह सृजन का बल है,
संघर्ष के लिए प्रकृति के नियम द्वारा,
वह हमें एवरेस्टिन को स्मार्ट सिखाने की कोशिश करती है,
कभी-कभी अंधा मानव जाति,
भेद के साथ उसका इलाज करें,
सामान्य ज्ञान बहुत पीछे।
हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं
और बढ रह रहे हैं,
प्रभारी, उसकी ओर से कौन बोलेगा,
उसके समर्पण को देखकर चकित,
परिवार और राष्ट्र के लिए,
कौन पहचानेगा, उसके बिना,
जीवन आतंक लगता है,
वह परिस्थितियों को तोड़ती है,
हँसती मुस्कुराहट के साथ,
इस तरह और कौन-कौन त्याग कर सकता है???
कभी तेज और स्मार्ट, वह प्रकृति की देन है।
कोई शक नहीं इस शक्तिशाली प्रकृति की देन है।
