क्यों बार-बार चाँद, छुप जाए बादलों में ! क्यों बार-बार चाँद, छुप जाए बादलों में !
बरसाने के बाद, गगन में, इंद्रधनुष लहराए ! बरसाने के बाद, गगन में, इंद्रधनुष लहराए !
मौसम रहे परंतु हल्का पीलापन, यह सब चीजें अब ढूंढे मेरा मन। मौसम रहे परंतु हल्का पीलापन, यह सब चीजें अब ढूंढे मेरा मन।
छोड़ घर बाबुल का, पिया मिलन, को चली मैं। छोड़ घर बाबुल का, पिया मिलन, को चली मैं।