बर्फ के फूल
बर्फ के फूल
हिमालय की गोद में, बसा डलहौजी प्यारा है,
सर्दियों में 'फूल बर्फ के', सब फूलों से न्यारा है।
देश के कोने - कोने से, आते हैं लोग यहाँ घूमने को,
अति मनोरम दृश्य देखने, इस पावन धरा को चूमने को।
ग्रीष्म यहाँ मन-भावन है, बरसात यहाँ मन-मोहक है,
सर्दियों में 'फूल बर्फ के', रमणीय और रोचक है।
इन फूलों की रात निराली, इन फूलों की शाम सुहानी,
अतिमानस सौंदर्य यहाँ की, चहुँ ओर है श्वेत हिमानी।
हवा में उड़ते पंख की भाँति, चादर-सी धरा पर बिछती है,
वृक्षों पर श्वेत फूलों की भाँति, बागों में पुष्प-सी सजती है।
श्वेत वर्ण के 'फूल बर्फ के', श्वेतांबर लगती है धरा की,
ईश्वर की अद्भुत रचना है, रुप सजाती वसुंधरा की।