बनाए रख आत्मबल
बनाए रख आत्मबल
बनना है कुछ तो, बनाए रख आत्मबल।
डर मत किसी से, तू बस एक काम कर,
बनाए रख "आत्मबल" बनाए रख "आत्मबल"।
कौन हरा सकता है तुझे, भला,
गर खायी है, कसम मर मिटने का।
वक्त भी देता, साथ उसका,
जो ठान लिया कुछ कर दिखाने का।
करना है कुछ, तो बस एक काम कर।
बनाए रख "आत्मबल" बनाए रख "आत्मबल"।
सोने नहीं देती सपना, जिसे,
उसे भला, क्या 'निशा' सुलाएगी।
जो डटा है बनने को 'कुन्दन'
'पावक' उसे, क्या जलाएगी।
उठता रहा जो, खाकर बार-बार ठोकर,
भर के 'जुनून' चला वही, मंज़िल की राह पड़।
बढ़ना है गर तुझे, तो बढ़ाए रख आत्मबल।
बनाए रख "आत्मबल" बनाए रख "आत्मबल"।
ठोकरें है 'गुरूजी' तो दुनिया क्या सिखाएगा,
उठा है 'धुआँ' राख से, वह आसमां तक, जाएगा।
'मंज़िल' है आसान, रख तू दिल में हौसला,
भटक मत, डगर पे बस तू चलता जा।
पाना है मंज़िल तुझे, तू एक काम कर,
बनाए रख "आत्मबल" बनाए रख "आत्मबल"।
बढ़ता जा तू , 'अविचल' होकर, डरना नहीं 'तूफानों' से।
भरे पड़े हैं "इतिहास के पन्ने", ऐसे "वीर-महानों" से।
'है दम' तो बढ़के आगे, तू हुं कार भर,
होगी तेरी "मुट्ठी में दुनिया" बस तू ये काम कर।
बनाए रख "आत्मबल" बनाए रख "आत्मबल"।