बिल पावर
बिल पावर
विल पावर ये (मन की ताकत),
सब ताकत से भारी है।
इसके दम से जीत लो दुनिया,
नहीं असंभव कारी है।।
दिव्य अंग ना बने रुकावट,
करें असंभव कारी है।
बिल पावर की ताकत से,
एवरेस्ट पर भारी है।।
बार-बार तुम सोचो अच्छा,
आती अच्छी बारी है,
मन के हारे हार हो जाए,
मन जीते जय कारी है।।
देव तुम्हें आ देंय प्रेरणा,
करना तुमको कारी है।
एक अकेला विल पावर से,
रहे सैकड़ों भारी है।।
फौंजे नहीं युद्ध जीतती,
सेनापति रणकारी है।
उसके साहस के दम से ही,
युद्ध जीतना जारी है।।
वीर सपूतों ने भारत के,
करी वीरता भारी है।
अपने बिल पावर के दम से,
भारत मां जय कारी है।।