भीमराव
भीमराव
भीमराव क्रांति के अवतार थे,
ऊंच नीच और जाति पाती
के लिए नंगी तलवार थे,
अद्भुत मेधा प्रखर बुद्धि का
अक्षय भंडार थे,
मानव संघर्ष की गाथा
लिखने वाले कथाकार थे,
समाजिक रूढ़ियों और गलित
परंपराओं का प्रतिकार थे,
शिक्षा के उच्चतम शिखर तक
कभी नहीं विराम लिया,
ज्ञान की अमर ज्योति जलाकर,
देश-विदेश में मान लिया,
अर्थशास्त्री विधिवेता बनकर
समाज सुधार का काम किया,
अमर कीर्ति संविधान रचकर,
जन जन का कल्याण किया,
सबको मिले सम्मान,
अपनी रचना में प्रावधान दिया,
भारत रत्न की उपाधि देकर,
राष्ट्र ने उनका सम्मान किया,
बुद्ध के अनुपम ज्ञान ने,
अमरता का वरदान दिया,
कीर्ति पताका चमके युग युग तक,
हम सब ने यह संकल्प लिया,
जय हो जागरण भीम का,
संवेद स्वर में यशोगान किया!
