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Kshitiz Mathur

Inspirational

4.5  

Kshitiz Mathur

Inspirational

भारत के वीर

भारत के वीर

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देश ना झुकने दिया मैंने

सीने पर खायी गोली थी,

खेली लहू की होली थी,

मरता रहा मारता रहा,


देश ना झुकने दिया मैंने

घर की चिन्ता सताती थी,

बेटी की याद भी आती थी,

भूल गया सब जंग के मैदान मेें,


देश ना झुकने दिया मैंने

गला देने वाली भयंकर ठंड हो,

या घने जंगलों की कठिन राह,

दुश्मनों का सर्वनाश किया मैंने,

देश ना झुकने दिया मैंने।


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