बदलते रंगों सी बदलती जिंदगी
बदलते रंगों सी बदलती जिंदगी
समय था जब दुनिया मेरे पीछे थी
आज समय जो नहीं हैं मेरे साथ,
आज रुलाता है बहुत.....
न जाने कहा गए वो दिन
जब सूर्य सा चमकता मेरा जीवन था,
आज रुलाता है बहुत.....
सुना था रंग तो सिर्फ गिरगिट बदलता है
अब तो व्यक्ति भी रंग तेजी से बदलता है
आज रुलाता है बहुत.....
चमकता तेरा रंग जो अभी नहीं है
जो पहले हुआ करता था , वह फीका पड़ गया हैं
आज रुलाता है बहुत.....
संघर्षों के अंधकार में डूबा था में
यकीन है एक दिन उजाला जरूर आएगा
आज रुलाता है बहुत.....
