औरत की मुस्कराहट और नाक व होठ के बीच संतुलन का खेल
औरत की मुस्कराहट और नाक व होठ के बीच संतुलन का खेल
हर औरत की मुस्कुराहट उसकी खुशी का पल है होता,
उसी मुस्कुराहट के साथ होठ व नाक के बीच
छोटी बॉल का संतुलन वह है बैठाती,
किसी की भी मुस्कुराहट सभी का मन मोह है लेती,
हर व्यक्ति की मुस्कुराहट उसके तनाव को कम है करती,
चेहरे पर जरा सी मुस्कुराहट उसके गुस्से को खत्म है करती,
जब हम कोई भी खेल हैं खेलते, उसमें ठीक से प्रदर्शन करने
के बाद चेहरे पर मुस्कुराहट है आती,
यही होता है छोटी बॉल को नाक व
होठ के बीच संतुलन करने में,
जब बाल हो जाती है संतुलित, तब चेहरे
पर अकस्मात मुस्कुराहट आ है जाती,
चेहरे की मुस्कुराहट व आँखों की
चमक विजय का संकेत है देती,
चेहरे की मुस्कुराहट व आंखों की
चमक हमें खुशी का पल है देती,
यदि हमें जीवन को ठीक से जीना होगा,
छोटे-छोटे खेल में विजय पर चेहरे
पर मुस्कुराहट को लाना होगा,
हर औरत की मुस्कुराहट
उसकी खुशी का पल है होता,
उसी मुस्कुराहट के साथ होठ व नाक के बीच
बॉल का संतुलन वह है बैठाती।