असफलता
असफलता
असफलता
जिसके कल्पना मात्र से
सिहर उठता मैं ,
और विचार निकालने फेंकता
मन से ,किसी कचरे के ढेर में
मगर होनी - अनहोनी को
ना टाल सकता मैं ।
अभी तो शायद शुरुआत है
अभी तो ना जाने कितनी
सफलता - असफलता को छूना है मुझे
असफलता ही तो सफलता के
द्वार खोलेगी मेरे लिए
फिर भी न जाने क्यों
असफलता का नाम सुनते ही
कांप उठता हूं मैं ।