आजका पति परमेश्वर
आजका पति परमेश्वर
बदलरहे है आज कलके पति
सीख रहै है घर समालना कैसे
कर रहे है बीबिका सम्मान
समझ रहे है मिलजुल्के चलना
मुश्किलसे बदला है पीड़ियोंका सोच
भड़ाया है उसने आगे चार कदम
अभी चलने नादेना पीछे एकभी कदम
अभिसे सिखाओ अपने लाडले बेटेको ये सब
मिला है आपको बचपन से घरमे शिक्षा
सिखाओ प्यारसे अपने पति परमेश्वरको
थोड़ा सफर तो बनता है सीख जायेगा वोभी
आयेगा बदलाव जिंदगी में अपना कम से कम
बदलेगा अपना बेटी का जीवन।