STORYMIRROR

Seema Verma

Inspirational

4  

Seema Verma

Inspirational

आज का रावण

आज का रावण

1 min
242

सुनो भाई साधो !

सुनो भाई संता !

बीच राह में खड़ी बावली पूछे यह सवाल?

जग में बहुत से रावण, जलाना है तो उन्हें जलाओ।


गया सतयुग का काल,

रावण ने सीता को हाथ न लगाया जाने सारा जमाना।

सुनो भाई साधो!

सुनो भाई संता!

अब पग- पग पर हैं लुटी छोरियां, कैसा कलयुग आया ?

बीच मैदान में सुलगा रावण उठाए यह सवाल ? 


सुनो भाई साधो!

सुनो भाई संता!

अपनी करनी का फल मैंने पाया, जलाना है तो इन्हें जलाओ,

 आपस में फैले नफरत , भ्रष्टाचार , बेईमानों के आतंकवाद को।


सुनो भाई साधो!

सुनो भाई संता!

अपनी धर्म अपनी नीति, मैं भूला था तुम ना भुलाना।

अपने अहम् में मैं डूबा था, तुम अपना अहम् जलाओ।


Rate this content
Log in

More hindi poem from Seema Verma

Similar hindi poem from Inspirational