परमात्मा का दूत
परमात्मा का दूत
बिरसा मुंडा, मुंडा कबीले से समबन्ध रखता था। वह बहुत बहादुर था। वह अंग्रेजों के विरुद्ध था। वह गरीब किसानों का मसीहा था। उसने उन साहूकारों और अमीर लोगों के खिलाफ आवाज उठाई जिन्होंने मुंडा कबीले के किसानों की जमीनों पर अधिकार कर लिया था। बिरसा मुंडा जी ने नागपुर में लोगों को इकट्ठा किया और अंग्रेजों के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया। उसने अंग्रेजों की पुलिस चौकियों में आग लगा दी। उसका साहस देखकर अंग्रेजी सरकार घबरा गई।
अंग्रेजी सरकार ने उसे गिरफ्तार कर लिया। लेकिन आंध्र प्रदेश के लोग आज भी बिरसा मुंडा की पूजा करते हैं। इस वीर योद्धा ने देश को आजाद करवाने में अहम भूमिका निभाई है।
