मेरी माँ
मेरी माँ
हंसाती है वो रुलाती है वो
मेरे दिल को भाती है वो
ना जाने कहाँ से आयी है वो
बहुत कुछ सिखाती है वो
सुबह सुबह उठके मुझे
नाश्ता कराती है वो
ना जाने कहाँ से आयी है वो
नाम तो जानती हूँ मैं
फिर भी कह न पाती की
कितना सताती है वो
फिर भी बहुत कुछ सिखाती है वो
वो तो माँ है माँ
इसलिए मुझे भाती है वो
दर्द दिल का छुपाती है वो
पूछो तो ना बताती है वो
सताती है वो
फिर भी बहुत भाती है वो