महाविजय का महापर्व
महाविजय का महापर्व
जवाब देना ज़रूरी था
सो मुँह तोड़ ज़वाब दिया
सही समय, सही स्थान पर
आतंकी कैम्पों का सुपड़ा साफ़ किया।
वाह भारत के प्रधान सेवक जी...
वाह क्या ख़ूब चक्रव्यूह रचा
चारों खाने चित्त है दुश्मन
ऐसा देश का भाग सजा
26 को निपटाकर 26 मिनटों में
कर दिया सब रफ़ा-दफ़ा।
भुलायी नहीं कोई भी बात
दे दिया आदेश जनाब
पहले मारी पेट पे लात
हुक्का पानी बंद
अब सीधे मौत के घाट
तू जान बचा जयचंद।
इसके आगे और भी जलवे
बच्चू तुम्हें दिखाएंगे
अब भी संभल जा ओ 'आतंकी'
तेरी बोटियाँ कुत्ते खाएंगे।
नॉन हिलिंग अलसर को
अब जड़ से काट हटाएंगे
खून रिसता रहा जहाँ से
उस घाव पे मरहम लगाएंगे।
होम डिलीवरी चालू कर दी
घर में घुसकर मारेंगे
40 जवानों की शहादत पर
अब तेरा भूत उतारेंगे।
वेलेंटाइन डे पर तूने
पुलवामा में जो हश्र किया
शहीदों के लहू से
सारी घाटी को था भर दिया
ऐसे विभीषणों का
पता हम जल्द लगाएंगे
350 किलो का RDX रखा जीप में
अब उनके परखच्चे उड़ाएंगे।
क्यूँ मारे तूने माँ के लाल
क्यूँ सुहागन का किया सूना भाल
क्यूँ बच्चों को अनाथ किया
क्यूँ भारत को बर्बाद किया।
क्यूँ दहशतगर्दी फैलाई
जिसे देख के जनता भर्राई
क्यूँ सैनिकों पर की पत्थरबाजी
और कितने रंग बदलेगा तू पाजी।
बदला पूरा हुआ नहीं है
शौर्य का ये जश्न है
देश के सम्मान का
अदम्य साहस का क्षण है।
उरी सर्जिकल स्ट्राइक से
पहले भी तुझे पछाड़ा था
फिर एयर स्ट्राइक से
सुन ले युद्ध का नगाड़ा जा।
नोट बंदी रात में
जी एस टी रात में
सर्जिकल स्ट्राइक रात में
फिर एयर स्ट्राइक रात में।
इस काली घनेरी रात में
हाथों को लें हाथ में
यकीं है हमारे भारत का
'प्रधान पहरेदार' जाग रहा।
टारगेट सलेक्शन ज़बरदस्त
आतंकी कैम्पों का सूपड़ा साफ
वाह स्वाद आ गया मोदी जी
कुटाई संग स्वच्छता अभियान।
यकीं हो गया आज
हमारा देश सुरक्षित
गलत मंशा रखने वालों का
होगा सदा ही अहित।
न भटकेंगे न अटकेंगे
चाहे कुछ भी हो जाए
प्राण न्योछावर कर देंगे हम
पर देश न मिटने पाए।
अभी नहीं थकना मोदी जी
अभी हार नहीं माननी हैं
अभी तो जयचंदों की भी
पूरी फौज उजाड़नी है।
लातों का सच, भूत है तू
नहीं कोई नई कहानी
बातों से तू नहीं मानेगा
जाने भारत अंतर्यामी।
26/11 की याद दिलाता
अब 26/2 कैसे भूलेगा
अपने कर्मों की सज़ा भुगतकर
तू ख़ुद ही फाँसी झूलेगा।
महाविजय के महापर्व पर
मंगल 'वार' का चयन किया
पुलवामा के बलिदानियों को
तेरहवीं तबाह तर्पण किया।
महाविजय के महापर्व पर
तेरहवीं तबाह तर्पण किया।