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Shubhangi Kotwal

Inspirational Children

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Shubhangi Kotwal

Inspirational Children

उड़ान

उड़ान

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मन की उडान का कोई अंत नहीं है

पर पंख जरुरी होते है ऊंची उडान के लिये 

वो पक्षी ही सक्षम होते है ऊंची उडान भरने के लिये

मनुष्य मे वो क्षमता ही नहींं है।


हवाई जहाज हो या फिर कोई रॉकेट 

एक बल जरुरी होता है उड़ान भरने के लिये 

एक धक्का देनेवाला चाहिए जमीन से पैरो को ऊंचा उठानेके लिये 

हर कोई इतना भाग्यशाली कहा होता है ?


सिर्फ सोचना काफी नहींं होता है

परिश्रम और साहस जरुरी होता है

एक ऊंची सी उडान भरने के लिये

गगन की ऊंचाई ओ को छुने के लिये

मस्त हवाओसे बाते करने के लिये।


जिसे अपनोका साथ मिलता है जीवन मे

वही तो सक्षम होता हैं उडनेमे 

बस अपनी बाहो को फैलाओ 

नजर हमेशा आसमान की तरफ हो 

लक्ष्य अपने आप ही नजर आने लगता है।


न गिरनेका डर हो ना हो डर ऊंचाई का 

जब उडान ले ही ली हैं तो मंजिल को पाना ही है

ना हो शंका मन मे अपनी खूबियों पर 

जीतता तो वही है जीसका विश्वास अटल है।


असंभव कूछ भी नहींं होता है जीवनमे 

बस आत्मविश्वास जरुरी होता है

जो गिरकर उठता है वही तो ठान लेता है

बस अब बहुत हो गया गिर कर ऊंठना

अब तो उंची उडान भरनी है हर बार।


ज्ञान अनुभव सफलता लेकर हर बार जमीन पर उतरना है

फिरसे नये लक्ष्य के साथ एक नयी उडान भरनेके लिये

पुनः तैयारी जो करनी है एक नयी उचाई को छूने के लिये।


चंद्रयान - 3 हो या फिर आदित्य L1 

अभी और कितनेही यान उडाने है

हर बार हमारी सक्षमतासे सबको चौकाना है

बस भारत का तिरंगा झंडा गाड कर ही आना है।


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