सपनो की उड़ान
सपनो की उड़ान


मुश्किले कितनी भी हो मार्ग मे अब नहीं मुझको रुकना है,
क्योंकि मुझे अपने अधूरे सपनों को पूरा जो करना है,
जो देखे थे मैंने अपनी बन्द आँखों से सपने,
उन सपनों को अब साकार करना है ,
लोगों का क्या है वो तो बस हम पर हँसते हैं,
उनकी हर कातिल हँसी को मुझे अब तालियों मे बदलना है ,
क्योंकि मुझे अपने सपनो को साकार करना है ।