शर्मा जी के बेटे की चैट

शर्मा जी के बेटे की चैट

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आज के समय हर किसी के दिल व दिमाग पर फेसबुक की दीवानगी है, छोटे -बड़े, आप, हम और हमारे पड़ोसी शर्मा जी कहाँ पीछे हैं और उनसे भी आगे उनके बच्चे मेरा कहने का मतलब कि हमारी तो पुरी सोसायटी ही फेसबुक से लिप्त है। हर कोई अपनी नई नई फोटो खींच कर फेसबुक पर लगाना और पड़ोसीयों से कहकर कमेन्ट करवाना। पर इन सब से अलग शमाृ जी का बेटा सुलभ शर्मा जो कि बहुत ही हैडसम हैं बाल खड़े हुये, जिम कर के शरीर भी ढिक ढाक है। हमारी सोसायटी का सबसे चर्चित बच्चा है, वो इस लिये कि उसे फेसबुक पर भर - भर के कमेन्ट मिलते हैं। लाईक और कमेन्ट के मामले मे वो दो हजार से भी उपर पार कर चुका है और हम आप दो - चार लाईक पा कर खुश हो जाते हैं और फूले नहीं समाते ।

हर रोज़ फेसबुक पर रोज़ नई कोई फोटो डालना और कुछ अलग लिखना पुरी सोसायटी उसकी प्रोफाईल देख कर सकते में आ जाती थी।

लगे हाथ एक दिन उसने शर्मा जी से बोल दिया कि पापा मैं बारहवी के बाद अमेरिका पढ़ाई करने के लिये जाना चाहता हूँ।

शर्मा जी अपने बेटे की बात सुन कर फूले नहीं समाये,

शर्मा जी ने भी लगे हाथ बोल दिया बेटा अच्छे मार्क्स आये तो ज़रूर भेज दूंगा।

पापा जी मार्क्स तो 98% - 99% प्रतिशत आ ही जायेंगे

पापा जी आपको मुझ पर भरोसा नहीं है

इतन मे ही उसकी माँ बोल पड़ी मुझे तो अपने बेटे पर पूरा भरोसा है।

मेरे बेटे को फेसबुक पर 2000 से भी ज्यादा लाइक और कमेन्ट मिलते हैं तो 98 - 99 प्रतिशत इसके लिये क्या है सब कुछ सही था।

लगे हाथ बेटे ने भी फेसबुक पर घोषणा कर दी कि मैं बारहवीं के रिजल्ट के बाद में आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका जाऊँगा ।

शर्मा जी के पड़ोसी आकर शर्मा जी व उनकी पत्नी को बधाई देने लगे।

शर्मा जी फूले नहीं समा रहे थे।

हमारी सोसायटी के सबसे बुजुर्ग आदमी जिनकी पुरी सोसायटी में छोटे बड़े बहुत इज़्ज़्त करते थे और उनकी सभी बात मानते थे।

वो बुजुर्ग आदमी पार्क में टहल रहे थे उसी पार्क में शर्मा जी का बेटा सुलभ शर्मा अपने यार दोस्तों को पार्टी दे रहा था, सभी खाते - पीते एक - दूसरे से हंसी मज़ाक कर रहे थे।

तभी उस बुजुर्ग आदमी ने कहा बेटा सुलभ क्या बेटा अमेरिका जाने की सभी को पार्टी दे रहे हो।

शर्मा जी का बेटा तो नहीं बोल पाया उससे पहले उसका एक दोस्त बोल गया, नही अंकल ये फेसबुक पर कमेन्ट करने की पार्टी है।

शर्मा जी का बेटा नहीं अंकल जी ये तो बस ऐसे ही है, बुजुर्ग आदमी कोई नहीं बेटा करो।

कुछ दिन बाद बारहवीं का रिजल्ट आ ही गया सोसायटी के सभी लोग एक - दूसरे के साथ आँफिस से आते ही शर्मा जी के घर बधाई देने के लिए पहुँचे |

जैसे ही शर्मा जी की पत्नी ने गेट खोला और उनके सभी पड़ोसी अन्दर आ गये और अन्दर का हाल बेहाल था।

शर्मा जी के बेटे का फोन और लैपटॉप फर्श पर टूटा पड़ा था और ये देखकर सभी पड़ोसी चकित रह गये और उन्होने इस अन्दाज़ से उस बात का अंदाज़ा लगा लिया था।

सभी एक दूसरे का मुँह देख रहे थे और शर्मा जी सोफे पर सर पर हाथ रख कर बैठे थे उनकी पत्नी भी बगल में खड़ी थी और शर्मा जी का बेटा अपनी माँ के पीछे खड़ा था।

इतने में उनके एक पड़ोसी से रहा नहीं गया, बोले शर्मा जी क्या हुआ ?

क्या बताऊँ भाई इस नालायक ने मेरी नाक काट दी ये फेल हो गया और मैं कही भी मुँह दिखाने लायक नहीं रहा इसकी ग़लती की वजह से आज तो आँफिस से भी कोफी फोन आ चुके हैं कि शर्मा जी आपका बेटा बारहवीं में हो गया पास अब बताओ में किसे क्या जवाब दूँ, मुझे इसके फेल होने से डर नहीं है, मुझे तो इसके फेसबुक से डर है।

इसने पुरी दुनिया को बता दिया कि मैं अमेरिका जा रहा हूँ अब जा अमेरिका अब तू कैसे जायेगा मुझे बता अमेरिका तुझे तेरी फेसबुक के साथ पहुंचा दूँ अमेरिका।

चलो छोड़ो भी शर्मा जी बच्चा है और बच्चों से ग़लती हो ही जाती है।

इतने में भीड़ को हटाते हुए बुजुर्ग आदमी आगे बड़ा, शर्मा जी अपना कैसे बीपी बड़ा रहे हो इस उमर में इतना गुस्सा ठीक नही है।

क्या बताऊँ चाचा जी, इतने में बुजुर्ग आदमी बोल पड़ा जब तक ये बच्चे शारीरिक रूप से क्रिकेट , फुटबाल आदि खेल की जगह फेसबुक पर लगे रहेगे तो कैसे पास हो पायेंगे।

हमे आज जो भी काम या किसी से मिलना होता है तो सीधे फेसबुक और वाटस्प पर लग जाते हैं ।

बच्चे कहाँ से पास होंगे और कैसे आगे बढ़ेंगे अगर आप सभी अपने बच्चों का भविष्य निश्चिंत करना चाहते हो तो फोन तो दो पर नेट जैसी बीमारी और फेसबुक और वाट्सअप जैसी कैंसर से दूर रखो।

ये बच्चे तभी अपना भविष्य बना पायेंगे।


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