मम्मी ने कहा, "आज आप सभी ने कद्दू भी खाया है पिज्जा बेस में। " क्या ? कद्दू ? .. मम्मी ने कहा, "आज आप सभी ने कद्दू भी खाया है पिज्जा बेस में। " क्या ? कद्दू ?...
आदर इत्यादि, संस्कारों की परिभाषा या दायरे में नहीं आते ? आदर इत्यादि, संस्कारों की परिभाषा या दायरे में नहीं आते ?
पढ़ाई एक तपस्या और त्याग है, जिसका चरमोत्कर्ष है सफलता। पढ़ाई एक तपस्या और त्याग है, जिसका चरमोत्कर्ष है सफलता।
बोल चाल में पंजाब का प्रभाव है,लोग सज्जन हैं। बोल चाल में पंजाब का प्रभाव है,लोग सज्जन हैं।
शायद उसे नहीं पता की जितने वाले दुनिया में आनेको पड़े है। शायद उसे नहीं पता की जितने वाले दुनिया में आनेको पड़े है।
फिर से स्कूल की छुट्टी पड़ते नानी के घर जाया करते। फिर से स्कूल की छुट्टी पड़ते नानी के घर जाया करते।
अतः सबको प्रथम मानकर पुरस्कृत किया जाए।“ अतः सबको प्रथम मानकर पुरस्कृत किया जाए।“
अब आपको कहीं दूर तक फलों के लिए भटकना नहीं पड़ेगा हमारे घर में ही आपको फल मिल जाएंगे। अब आपको कहीं दूर तक फलों के लिए भटकना नहीं पड़ेगा हमारे घर में ही आपको फल मिल जा...
जोर जोर से हंसते हुए बबलू अपने ख्यालों में खो जाता है और निंदिया रानी उसे सोने को विवश क जोर जोर से हंसते हुए बबलू अपने ख्यालों में खो जाता है और निंदिया रानी उसे सोने क...
किसी के अज्ञान का लाभ उठाकर उसे धोखा नहीं दें। धोखे से किसी का भला नहीं होता। किसी के अज्ञान का लाभ उठाकर उसे धोखा नहीं दें। धोखे से किसी का भला नहीं होता।
फिर हम सब मिलकर जोर से हंसने लगे। फिर हम सब मिलकर जोर से हंसने लगे।
इंसान दुख को संभालना नहीं जानता उसे वह ज्यादा महसूस होता है। इंसान दुख को संभालना नहीं जानता उसे वह ज्यादा महसूस होता है।
परी की बातें सुनकर नीता मैडम की आँखें भर आईं परी की बातें सुनकर नीता मैडम की आँखें भर आईं
पहले पैसों का रोना था और अब जब पैसे हैं तो तुम्हारा अब भी मन नहीं कर रहा हैं पहले पैसों का रोना था और अब जब पैसे हैं तो तुम्हारा अब भी मन नहीं कर रहा हैं
मानो मधुप दंश (मधुमक्खी का डंक) लग गया हो….. मानो मधुप दंश (मधुमक्खी का डंक) लग गया हो…..
दादी सोफ़े पर बैठी रामायण देख रही थी, बुदबुदाई भलो करे टीचर जी थारो। दादी सोफ़े पर बैठी रामायण देख रही थी, बुदबुदाई भलो करे टीचर जी थारो।
होली के दिन सभी लोग अपनी दुश्मनी को भूल कर खुशी से होली मनाते हैं होली के दिन सभी लोग अपनी दुश्मनी को भूल कर खुशी से होली मनाते हैं
उसके लिए किसी और दौलत की जरूरत नही होती,वो उससे सब कुछ हासिल कर सकता है। उसके लिए किसी और दौलत की जरूरत नही होती,वो उससे सब कुछ हासिल कर सकता है।
अपने पोते के जन्मदिन उपहार को जान कर दोनों बहुत खुश हुए। घर जाकर सबने धूमधाम से विनोद क अपने पोते के जन्मदिन उपहार को जान कर दोनों बहुत खुश हुए। घर जाकर सबने धूमधाम से ...
दोनों ही नींद में थे, सो गए, दादी भी सो गई। दोनों ही नींद में थे, सो गए, दादी भी सो गई।