सच्चाई की जीत
सच्चाई की जीत
एक लड़का था राहुल। वह दौड़ने में अच्छा था। उसके विद्यालय में दौड़ प्रतियोगिता होने वाली थी। वह दिन- रात मेहनत करता था। उसके लिए यह प्रतियोगिता जीतना बहुत महत्वपूर्ण था।
प्रतियोगिता का दिन आ गया। जब अध्यापक ने इशारा किया तब सारे प्रतियोगी भागने लगे। राहुल सबसे आगे था। दौड़ते समय, उसका पैर रेसिंग ट्रैक के बाहर चला गया। किसी को भी इसका पता नहीं चला। राहुल प्रतियोगिता जीत गया। जब उसे ईनाम दे रहे थे, तब उसने सच्चाई बता दी। उसे ईनाम नहीं मिला लेकिन फिर भी वह ख़ुश था।
दूसरे दिन जब सारे बच्चे प्रार्थना सभा के लिए इकट्ठा हुए, तब अध्यापक ने सबके सामने राहुल की प्रशंसी की।
