पेड़ हमारा सच्चा दोस्त है।
पेड़ हमारा सच्चा दोस्त है।
प्रगतिपुर नामक गांँव में एक किसान रहता था।
उसका नाम कमलनाथ था। वह अपने परिवार के
साथ रहता था। कमलनाथ हर दिन अपने खेत को जाता था।
वह खेती बाड़ी करता था।
एक दिन जब वह खेत में था तब वहाँ जोरदार बारिश हुई।
वह एक पेड़ के नीचे खड़ा हो गया। कमलनाथ को
भूख लगी। वह सुबह से खेत में काम कर रहा
था। बारिश होने की वजह से वह घर नहीं जा
सका। अचानक उसको एक आवाज सुनाई दी।
वह घबरा गया। पेड़ उससे बात कर रहा था।
" मुझे ऐसा लग रहा था कि तुम भूखे हों। मैं
तुमको फल दूंगा। तुम यहाँ सुरक्षित हो। जब
तक बारिश रुक नहीं जाती तब तक तुम यहांँ रह सकते हो"।
पेड़ की बात कर सुनकर कमलनाथ
को एक विषय याद आया। वह दो दिन के पहले
पेड़ को काटना चाहता था। अब वही पेड़ उसको
फल देने की बात कह रहा था। अगर वह पेड़ नहीं
होता तो कमलनाथ बारिश में भीग जाते थे।
पेड़ हमारा सच्चा दोस्त है। वह फल, फूल और
छाया देती है। पेड़ सबको प्राणवायु भी देती है।
इतना मदद करने वाले पेड़ को काटने से सबको
नुकसान होगा। कमलनाथ अपनी इरादा बदल दिया।
वह अब पेड़ को नहीं काटना चाहता है।
उसको लगा की पेड़ उसका सच्चा दोस्त हैं।
