मैं राही तेरी मंज़िल का
मैं राही तेरी मंज़िल का
पार्ट -1
मंज़िल ... वैसे तो हर किसी की मंज़िल अलग अलग होती है। लेकिन कहते है न की जब किसी एक का दिल किसी दूसरे के लिए बना हो, तो उन दोनों की मंज़िल एक हो ही जाती है, फिर चाहे दोनों की राहें ही अलग अलग क्यों न हो.. ये कहानी भी एक ऐसे ही प्रेमी जोड़े की है जो रहते तो अलग अलग है लेकिन दोनों का दिल धड़कता सिर्फ एक दूसरे के लिए ही है।
कर्मशः