सरफिरा लेखक सनातनी

Inspirational

4  

सरफिरा लेखक सनातनी

Inspirational

मां के बूढ़े हाथ

मां के बूढ़े हाथ

2 mins
283


मेरी गरीबी में हंसा जमाना बहुत था !

मेरे अपनों का ठिकाना बहुत था !

मुसीबत में डोर ने तोड़ लिया नाता

पहले अपनों का आना जाना बहुत था !


यूं तो सब बातें पुरानी हो गई !

बचपन के दिन अब कहानी हो गई !

याद कर लेता हूं तस्वीरों में ममता को !

मेरी मां सदा सदा के लिए सो गई !


ना जाने कब वो कहानी पुरानी हो गई !

मेरे बचपन की खुशी जवानी में खो गई !

कभी-कभी लगता मुझे मां मेरे साथ है !

संकट से बचाए लगता सर पे मां का हाथ है !


वो हाथ कब बूढ़ा हो गया खबर नहीं हो पाई !

मेरे बचपन में मां ने खूब चक्की चलाई !

मां के बूढ़े हाथों को पकड़कर पेट पर रखता था !

आंखों में नीर था मगर टपकने नहीं देता था !


इन हाथों ने मुझे सुलाया है !

इन्हीं हाथों ने मुझे स्नान कराया है !

इन्हीं हाथो ने मेरी आंखों को सजाया है !

इन्हीं हाथो ने मुझे राजा बनाया है !

इन्हीं हाथों ने मुझे प्यार दिया है।


इन्हीं हाथों ने मुझे संसार दिया है !

इन्हीं हाथों ने मुझे खड़ा किया है !

इन्हीं हाथो ने मुझे बड़ा किया है !

क्या नहीं किया इन बूढ़े हाथों ने !

कैसे जला दूं इन हाथों को !

इन्हीं हाथों ने मुझे पहला निवाला दिया है !


मां आंगन मेे ममता के बीज बो गई !

ना जाने कब वो कहानी पुरानी हो गई !

मेरे बचपन की खुशी जवानी में खो गई !


खो गई वो रीत जो मां ने बनाई थी !

टूट गई वो नीव जो मां ने लगाई थी !

एक छोटी सी खटिया पर मां सिमटी है !

आज दो गज कपड़े में मेरे मां लिपटी है !


लिपट लिपट कर आंखें मेरी बहुत रोली !

उठ खड़ी हो मेरी मां तू आज बहुत सोली !

आंखें खोल मां देख घर कौन-कौन आए है !

छोड़ गए थे जो बेटे तुझे वो भी आए हैं !

देख तो सही तेरे पास तेरे नाती नाते खड़े हैं !

देख ले आंखें खोल कर मां तेरे भाई आए हैं !


आज मां प्राणों से मुक्त हो गई !

ना जाने कब वो कहानी पुरानी हो गई !

मेरे बचपन की खुशी जवानी में खो गई !


Rate this content
Log in

More hindi story from सरफिरा लेखक सनातनी

Similar hindi story from Inspirational