Love triangale प्यार की एक अनोखी कहानी
Love triangale प्यार की एक अनोखी कहानी
मुंबई शहर जिसे सपनों के शहर के नाम से भी जाना जाता है। वैसे तो इस शहर में हमेशा चल पहल का माहौल रहता है। मगर आज कुछ अजीब सी खामोशी सी छाई हुई है। एक अजीब सा सन्नाटा सा छा गया है। सुबह का वक्त
मुंबई का जुहू बीच जहां रोजाना ना जाने कितने लोग घूमने आते हैं। विशाल समुद्री की तेज लहरे तेजी के साथ आकर बड़े-बड़े पत्थरों से टकरा जाती हैं। और फिर अपने राह पर वापस चली जाती हैं। इस बीच पर सुबह-सुबह कई सारे लोग जोगिंग करने आते हैं। कुछ लोग बीच पर जॉगिंग कर रहे थे। तभी उनकी नजर दूर जमीन पर बेहोश पड़ी एक लड़की पर पड़ी वह लोग उस लड़की के पास भागते हुए जाते है। वह जमीन पर सीने के बल पड़ी थी। वह लोग उसे सीधा करते हैं। और उसकी साँसे चेक करते है। उसकी सासे चल रही होती है। वह बस बेहोश होती है। इस लड़की का नाम आराध्या कौर है। कुछ ही देर में उस लड़की के आसपास एक अच्छी खासी भीड़ जमा हो जाती है। आराध्या के कपड़े फटे हुए होते हैं। जिसे देखकर साफ मालूम पड़ता है। कि उसके साथ रेप किया गया है। फिर वह लोग जल्दी से एंबुलेंस को कॉल करते हैं।
उनमें से एक आदमी पुलिस स्टेशन भी कॉल कर देता है।कुछ ही देर में एंबुलेंस भी बहा पर आ जाती है। और हॉस्पिटल का स्टाफ उस लड़की आराध्या कौर को बेंच पर लेटा देते हैं। और फिर जल्दी से एंबुलेंस के अंदर ले जाते हैं। और कुछ ही देर में एम्बुलेंस हॉस्पिटल पहुंच जाती है। एंबुलेंस के पास हॉस्पिटल के और भी स्टाफ आ जाते हैं।और फिर वह आराध्या को हॉस्पिटल के अंदर इमरजेंसी वार्ड में ले जाने लगते हैं। हॉस्पिटल के अंदर कुछ पुलिस वाले पहले से ही मौजूद होते हैं। और उनके साथ दो ladis भी होती है। जिसमें से एक ही उम्र 40 साल है जो की आराध्या की मां है। और उनका नाम रंजना है। 40 साल की उम्र में भी वह दिखने में काफी यंग लगती हैं। और दूसरी आराध्या की नानी होती है। जिनकी उम्र लगभग 70 साल की है। उनके चेहरे पर वक्त की छाप साफ दिखाई पड़ रही थी। उनके सारे बाल सफेद पड़ चुके थे।
आराध्या की मां रंजना आराध्या को हॉस्पिटल गेट से अंदर आते हुए देखती हैं। और भगति हुइ आराध्या के बेंच की तरफ जाती हैं। आराध्या को इस हालत में बेहोश देखकर वह जोर-जोर से फूट-फूट कर रोने लगती हैं।
आराध्या की नानी हल्के हल्के डंडा देखते हुए आराध्या के पास आती हैं।वह भी आराध्य को इस हालत में देखकर रोने लगती हैं। हॉस्पिटल के कंपाउंड आराध्या को जल्दी एम अर जंसी वार्ड में लेकर जाते है। आराध्या की मां रंजना भी उनके पीछे पीछे चलने लगती है।
एक नर्स रंजना जी को रोकते हुए कहती है। देखिए मैडम आप अंदर नहीं जा सकती हैं। आपको बाहर ही bet करना पड़ेगा। यह कह कर वह नर्स एम अर जंसी
वार्ड का गेट बंद कर देती है।
एम अर जंसी वार्ड के गेट पर ऊपर लगी हुई। रेड कलर की इमरजेंसी लाइट ऑन हो जाती है।रंजना जी रोते हुए अपनी मां की तरह देख कर कहती है।माँ ये सब क्या?हो गया।मेरी बेटी आराध्या के साथ। उसी वक्त रंजना की दोस्त आंचल भी आ जाती है। आंचल रंजना से पूछती है। आराध्या कहा है। वह ठीक तो है।
ना लेकिन रंजना जी आंचल जी के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे रही थी।उनकी आंखों से तो आंसु रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे।
फिर आंचल जी रंजना जी की माँ लक्समी जी की तरफ देख कर कहती है। आप तो कुछ बताइये। आराध्या कहा है।वह केसी है। वह ठीक तो है। ना।
लेकिन लक्समी जी के होट तो जैसे सील से गए हो। उनके मुँह से तो एक भी शब्द नहीं निकल पा रहा था। उन दोनों को इस तरह से चुप देखकर आखिर आंचल को भी आराध्या की फ़िक्र होने लगी थी।
आराध्या है ही इसी लड़की अपने पराए सब से प्यार करने बाली। बहोत मासूम।
आप दोनों इस तरह से चुप क्यु?हो आखिर हुआ क्या? है।
कुछ ही देर मे एम अर जंसी रूम में से एक लेडी डॉक्टर बाहर आती है।
वह लेडी डॉक्टर रंजना जी की तरफ देखकर कहती है। क्या?आप लोग इस पेशंट के साथ हो।
रंजना जी अपने असू पोछते हुए कहती है। हाँ मैं उसकी माँ हूँ। वह ठीक तो है ना। रंजना जी आराध्या को पहले ही देख कर समझ गई थी। लेकिन फिर भी वह डॉक्टर से पूछती है। क्या? हुआ है।मेरी बेटी के साथ।
डॉक्टर रंजना जी को कहती है। पेसेंट के साथ रेप किया गया है। यह सुन कर वह और भी ज्यादा दुःखी हो जाती है। और रोने लगती है।
रंजना जी की सहेली आंचल को तो अपने कानों पर यकीन ही नहीं हो रहा था। आंचल डॉक्टर की तरफ देख कर कहती है।क्या? आप यह क्या? कह रही है।
जी मैं सही कह रही हूँ। पेशंट के साथ रेप किया गया है।
आंचल को आराध्या के बारे में यह सब सुनकर बहुत ही दुख होता है। और उनकी आंखों से भी आंसू बहने लगते हैं।
एक पुलिस ऑफिसर डॉक्टर के पास आ कर पूछता है। क्या? हम पेशेंट से कुछ पूछताछ कर सकते हैं।
जी अभी वह बेहोश है। आपको जो कुछ भी पूछना है।आप पेशंट के होश में आने के बाद पूछ सकते हैं। यह कह कर डॉक्टर चली जाती है।
रंजना जी तो जैसे अपने होशो हवास ही खो चुकी थी। वही लक्समी जी भी रो रही थी।
आंचल को आराध्या के लिए बहुत अफसोस हो रहा होता है। आंचल रंजना को समझाते हुए कहती है। तुम्हें खुद को संभालना होगा। अगर तुम इस तरह से हिम्मत हारोगी तो आराध्या को इंसान कौन दिलाएगा। तुम हौसला रख्खो आराध्या के अपराधी को सजा जरूर मिलेगी।
संजना जी रोते हुए। आंचल जी से कहती हैं। कैसे हिम्मत दिखाऊँ। मैं मेरी बेटी की एक महीने के बाद शादी होने वाली थी।
आखिर कौन ? था। वह जिसने आराध्या के साथ ये सब किया। और क्या पुलिस उसे ढूंढ पाएगी पूरी कहानी जानने के लिए पढ़ते रहेंगे love triangle प्यार की एक अनोखी कहानी सिर्फ और सिर्फ

