कारगिल की शौर्य गाथा
कारगिल की शौर्य गाथा


एक फौजी माटी के मान और देश की शान के समर्पण में जिंदगी को यूँ ही हँसते हुए बलिदान कर देता है। कैप्टन अनुज अय्यर की कारगिल युद्व के कुुुछ दिन बाद ही शादी होने वाली थी।
पर्स के अलावा उन्होंने सगाई की अँगूठी कमांडिंग ऑफिसर को दे कर कहा मैं नहीं चाहता की मेरी ये अनमोल चीज़ें दुश्मन के हाथ लगे। उनके छूने से ये अपवित्र हो जाएंगी।
उनकी शहादत को आप और हम सारा देश सुनता है।