हिरण का घमंड
हिरण का घमंड
एक जंगल में एक हिरण रहता था। हिरण मतलब बारहसिंघा। वह बहुत मजबूत और बलवान था।वह बहुत तेज दौड़ता था। उसे अपने तेज दौड़ने और मजबूत टांगों पर घमंड था। उसके माता-पिता उसे हमेशा समझाते कि तुम्हें घमंड नहीं करना चाहिए, बड़ों का सम्मान करना चाहिए और उनकी बातों को मानना चाहिए। लेकिन वह उनकी एक नहीं सुनता। घमंड में सर उठा कर और सीना तान कर हमेशा चलता था।
एक बार वह जंगल में भोजन की खोज में भटक रहा था। तभी उसे दूर से शेर की दहाड़ सुनाई दी। उसे तो आपने मजबूत पैरों पर भरोसा था, वह आराम से भोजन की खोज करता रहा। शेर उसके काफी करीब आ गया। शेर को करीब देख कर वह तेजी से भागा। शेर ने उसका पीछा किया। एक जगह झाड़ियों के बीच से झुक कर निकलना था लेकिन उसे तो घमंड के कारण आदत थी सर उठा कर और सीना तान कर चलने का। इसलिए उसके सिंघ झाड़ियों में फस गये और वह भाग न सका।पीछे से शेर आकर उसको मारकर खा गया। इस प्रकार घमंड ने उसकी जान ले ली।
शिक्षा - घमंड का भाव हमेशा हमें नुकसान ही पहुंचिता है। इसलिए आइए हम सब घमंड भाव का त्याग करें।
