दीनाराम की कहानी
दीनाराम की कहानी


एक गाँव में एक दीनाराम रहता था। उसकी पत्नी सीधी-साधी थी। उसके दो बेटे और दो बेटियाँ थी। दीनाराम पढ़ाई में अनपढ़ था। दीनाराम रोज शहर से शराब पीकर आता और उसकी पत्नी से खूब लड़ाई-झगड़ा करता था। उसके बेटे-बेटियाँ रोज स्कूल जाते थे। लड़ाई-झगड़ा देखकर उनके बेटे-बेटियों का भी पढ़ाई का नुकसान हो गया। धीरे-धीरे दीनाराम की तबीयत खराब हो गयी। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टर ने कहा कि इसका लीवर खराब हो चुका है। अंत में उसकी पत्नी ने लीवर देकर जान बचाई।बाद में पछताया फिर शराब पीना छोड़ दिया। बाद में पत्नी और परिवार खुशी और अच्छे से रहने लगे।