STORYMIRROR

Rajendera Suthar

Fantasy

4  

Rajendera Suthar

Fantasy

भलाई की सीख

भलाई की सीख

2 mins
382

एक बार एक राजा था वो किसी नगरी में घूमने के लिए गया तो उसे कोई घायल पक्षी दिखा तो उसे वो हाथ मे लेकर उस नगरी के राजा के पास गया और बोला महाराज इसकी रक्षा के लिए कोई व्यवस्था करो तो उस राजा ने अपने मंत्री यो से कहा कोन है ये अनजान आदमी को अंदर कैसे आने दिया तो उस राजा ने उन मंत्रियों को दंड दे दिया और वह राजा अपने हाथ मे लिए पक्षी को लेकर अपनी नगरी की ओर आ गया काफी समय बाद दूसरे राजा पर किसी अन्य राजा न आक्रमण किया तो वह सहायता के लिए उस राजा के पास मंत्री भिजवाया की आप मेरी सहायता करो तो उस राजा ने मंत्री से कहा कि मैं एक बार एक घायल पक्षी को लेकर आपके राजा के पास गया था तब आपके राजा ने उस पक्षी की रक्षा न कि उल्टा अपने ही मंत्री को दंड दिया आपके राजा घमंड से चूर थे किसी जीव के प्रति दया का भाव नही था अब मैं कैसे सहायता करू यह बात जब मंत्री ने राजा को जाकर बताई तो राजा ने अपनी भूल का बहुत दुख हुआ और जिस मंत्री को दंड दिया उसको दंडमुक्ति कर माफी मांग ली वह पूरी नगरी में ऐसी सूचना दी की कोई प्राणी अगर घायल, भूखा, प्यासा नही रहे किसी को किसी भी प्रकार की सहायता चाहिए तो जरूर दरबार मे आए इस बात का समाचार उस राजा को मिला तो वह बहुत खुश हुआ और उसकी सहायता के लिए आ गया और राजा की जीत हुई जिसने आक्रमण किया उसको भागना पड़ा। 

शिक्षा 

हमेशा प्राणियों की रक्षा करनी चाहिए व घमण्ड कभी नही करना चाहिए


Rate this content
Log in

More hindi story from Rajendera Suthar

Similar hindi story from Fantasy