सोलह सिंगार किसी के लिए नहीं, मैंने खुद को संवारा है। सोलह सिंगार किसी के लिए नहीं, मैंने खुद को संवारा है।
प्रेम की संपूर्णता पाना अभी बाकी है। प्रेम की संपूर्णता पाना अभी बाकी है।
एकता में ही बल, संपूर्ण विश्व को, कोरोना तुमने सिखला दिया। एकता में ही बल, संपूर्ण विश्व को, कोरोना तुमने सिखला दिया।
कोई पूरण है....संपूर्ण है, कोई प्रेरक है......उत्प्रेरक है, कोई पूरण है....संपूर्ण है, कोई प्रेरक है......उत्प्रेरक है,
पेट भरने की जुगत आज भी इंसान की पशुओं से अलग वही इंसान पेट भरने की जुगत आज भी इंसान की पशुओं से अलग वही इंसान
पवित्र हृदय उसका है होता, जो गुरु दर्शन का अभिलाषी है। पवित्र हृदय उसका है होता, जो गुरु दर्शन का अभिलाषी है।