कभी मोम के जैसे रिसता हुआ मैं कभी मोम के जैसे रिसता हुआ मैं
कौन सी बेल कहां तक लिपटी कौन सी नई शाख किसको चिपटी कौन सी बेल कहां तक लिपटी कौन सी नई शाख किसको चिपटी
वरना तो इस बेदर्द जमाने ने कब का हमें मार डाला है। वरना तो इस बेदर्द जमाने ने कब का हमें मार डाला है।
पत्तों का शिकायत दर्ज आज भी तेरे नाम,ऐ शाख! क्या जवाब दोगे? पत्तों का शिकायत दर्ज आज भी तेरे नाम,ऐ शाख! क्या जवाब दोगे?
मस्त फूलों ज़रा सा दिल को, भी अब तो धड़का ही दीजिए। मस्त फूलों ज़रा सा दिल को, भी अब तो धड़का ही दीजिए।
मस्त फूलों ज़रा सा दिल को, भी अब तो धड़का ही दीजिए मस्त फूलों ज़रा सा दिल को, भी अब तो धड़का ही दीजिए