प्यार भरी नज़रों से देखो, तुम्हें घर में ही मिल जायेगा। प्यार भरी नज़रों से देखो, तुम्हें घर में ही मिल जायेगा।
सीता की ये अग्नि परीक्षा आखिर कब तक चलती रहेगी। सीता की ये अग्नि परीक्षा आखिर कब तक चलती रहेगी।
आज सायों में भी बात है आज कान्हा रास की रात है। आज सायों में भी बात है आज कान्हा रास की रात है।
पलाश को छूती बसंती हवा पलाश को छूती बसंती हवा
अक्सर जब बारिश में प्रेम परवान चढ़ता ठंडी हवाओं से घूँघट अपने आप हट जाता अक्सर जब बारिश में प्रेम परवान चढ़ता ठंडी हवाओं से घूँघट अपने आप हट जा...
नही रही अब वो बेचारी अपने स्वाभिमान से उसने दायरा बदल दिया। नही रही अब वो बेचारी अपने स्वाभिमान से उसने दायरा बदल दिया।