पत्तों का शिकायत दर्ज आज भी तेरे नाम,ऐ शाख! क्या जवाब दोगे? पत्तों का शिकायत दर्ज आज भी तेरे नाम,ऐ शाख! क्या जवाब दोगे?
मेरा सारा सुख धाम हैं जानती हो मेरी रानी तू है तो मेरा प्राण है। मेरा सारा सुख धाम हैं जानती हो मेरी रानी तू है तो मेरा प्राण है।
कैसे एक स्त्री जीवनभर अपने घप परिवार के लिए अपनी इच्छा-आकांक्षाओं का त्याग करती है, यह बताया है. कैसे एक स्त्री जीवनभर अपने घप परिवार के लिए अपनी इच्छा-आकांक्षाओं का त्याग करती ...
मैं बहता सागर के मोहपाश में, हो तुम उसकी मझधार प्रिये। घनघोर घटा के मेघों से तुम गिरती बिजली की... मैं बहता सागर के मोहपाश में, हो तुम उसकी मझधार प्रिये। घनघोर घटा के मेघों से...