बेटियाँ धान-सी होती हैं पक जाने पर जिन्हें कट जाना होता है जड़ से अपनी बेटियाँ धान-सी होती हैं पक जाने पर जिन्हें कट जाना होता है जड़ से अपनी
हवा भी रूख बदलकर आ जाती है उसकी ओर, उसकी महक से महक भी महकने लगती है... हवा भी रूख बदलकर आ जाती है उसकी ओर, उसकी महक से महक भी महकने लगती है...
हसरतें हैं.. तारों को गिन कर, बालपन में लौट जाने की..! हसरतें हैं.. तारों को गिन कर, बालपन में लौट जाने की..!
न जाने क्यों महसूस नहीं होती वो गर्माहट, इन ब्रांडेड वूलन गारमेंट्स में, जो होती थी दिन-रात... न जाने क्यों महसूस नहीं होती वो गर्माहट, इन ब्रांडेड वूलन गारमेंट्स में, ...
किसी की याद से फुरसत मिले तो मैं किसी और को सोचने का सोचूं किसी की याद से फुरसत मिले तो मैं किसी और को सोचने का सोचूं