शतरंज की चाल सियासी है बिसात शतरंज की चाल सियासी है बिसात
तुम कब गलत होती हो मेरी नज़र में तुम्हारा कहा इसलिए नहीं माना कि तुम कब गलत होती हो मेरी नज़र में तुम्हारा कहा इसलिए नहीं माना कि
तुम पलट कर देखो तुम पलट कर देखो
मर कर जीना सीख गई हूं मर कर जीना सीख गई हूं
दूरियाँ इतनी तय कर ली अब पलट कर देखते हैं दूरियाँ इतनी तय कर ली अब पलट कर देखते हैं
गिरते मनोबल को भी ऊँचा उठा दे गिरते मनोबल को भी ऊँचा उठा दे