सिर्फ तुम्हारी वजह से सिर्फ तुम्हारी वजह से। सिर्फ तुम्हारी वजह से सिर्फ तुम्हारी वजह से।
इस भोर में आनंदित होकर देखो इस भोर में आनंदित होकर देखो
क्या बस एक दिन ही होती है होली, या हर रोज ही, है अन्तःकरण में एक होली! क्या बस एक दिन ही होती है होली, या हर रोज ही, है अन्तःकरण में एक होली!
रंग बिरंगी हरी-पीली चड्डी देख चूहा मुस्कुराया कौन से रंग की लूं चड्डी। रंग बिरंगी हरी-पीली चड्डी देख चूहा मुस्कुराया कौन से रंग की लूं चड्डी।
रंगोली के रंगों से रंगीन हैं हर मंजिल, रंगोली के रंगों से रंगीन हैं हर मंजिल,
गिरते मनोबल को भी ऊँचा उठा दे गिरते मनोबल को भी ऊँचा उठा दे