कैसे समझाऊँ ...... बड़े नासमझ हो! कैसे समझाऊँ ...... बड़े नासमझ हो!
हर किसी को भिगाया मत कर बरसात की बूंदों ने ऐसा भिगाया आवाज दिल से कुछ यूँ आया एक तू हो और ए... हर किसी को भिगाया मत कर बरसात की बूंदों ने ऐसा भिगाया आवाज दिल से कुछ यूँ ...
इन सब आकलन के बाद, यह सोचना क्या कहेंगे लोग। इन सब आकलन के बाद, यह सोचना क्या कहेंगे लोग।
जैसे भी थे, अच्छे थे हम, जहाँ से इस निराले चाहा था हमको 'अपना समझ कोई अपना ले' जैसे भी थे, अच्छे थे हम, जहाँ से इस निराले चाहा था हमको 'अपना समझ कोई अपना ले...
पर नहीं! अगर बंधना ही था उस राह में!! तो वो राह ही आखिर गलत होगी!! और हम उस राह को गलत साबित करते,... पर नहीं! अगर बंधना ही था उस राह में!! तो वो राह ही आखिर गलत होगी!! और हम उस रा...
समय साक्षी है।...समय का तीखा सच यह भी है कि हम अपने चेहरे पे कई चेहरे चस्पां कर ज़िन्दगी के अलग अलग क़... समय साक्षी है।...समय का तीखा सच यह भी है कि हम अपने चेहरे पे कई चेहरे चस्पां कर ...