सदभावना, एकता और शांति के गीत गाती, वसुधैव कुटुंबक का रीत आज भी निभाती। सदभावना, एकता और शांति के गीत गाती, वसुधैव कुटुंबक का रीत आज भी निभाती।
पुष्प की हर बात निराली मन में भर देता हरियाली! पुष्प की हर बात निराली मन में भर देता हरियाली!
हाव भी निराले हैं आपके, भाव भी निराले है आपके। हाव भी निराले हैं आपके, भाव भी निराले है आपके।
दो - तीन बार बीच में दीदार हुआ, मनाई के डर से बात ना करने को तैयार हुआ। दो - तीन बार बीच में दीदार हुआ, मनाई के डर से बात ना करने को तैयार हुआ।
जैसे भी थे, अच्छे थे हम, जहाँ से इस निराले चाहा था हमको 'अपना समझ कोई अपना ले' जैसे भी थे, अच्छे थे हम, जहाँ से इस निराले चाहा था हमको 'अपना समझ कोई अपना ले...
घर सबके पुराने थे,पर उसका ना कोई मलाल था, रौनकें लोगों से ही थी,बस यही तो सारा कमाल था घर सबके पुराने थे,पर उसका ना कोई मलाल था, रौनकें लोगों से ही थी,बस यही तो सार...