मुझे आदत है, मुसीबतों के बादल में टहलने की मुझे आदत है, मुसीबतों के बादल में टहलने की
मौसम का जादू है कुछ ऐसा दुल्हन बन आईने में खुद को निहारने लगी. मौसम का जादू है कुछ ऐसा दुल्हन बन आईने में खुद को निहारने लगी.
नदी के किनारे घँटों निहारने में, मिलती है छोटी सी खुशी, नदी के किनारे घँटों निहारने में, मिलती है छोटी सी खुशी,
ये मासूमियत इस चेहरे की, निहारने दो बेखटके, ये मासूमियत इस चेहरे की, निहारने दो बेखटके,