लाइन में लग जाएं। भीड़ भी प्रसन्न। यमराज भी प्रसन्न। लाइन में लग जाएं। भीड़ भी प्रसन्न। यमराज भी प्रसन्न।
धर्मराज के पाँच पत्र होते, पूर्व मृत्यु से प्राप्त। धर्मराज के पाँच पत्र होते, पूर्व मृत्यु से प्राप्त।
नवधा चरित साधन साधु जापयोग, अर्थार्थी हुए महान हम आर्त नवधा चरित साधन साधु जापयोग, अर्थार्थी हुए महान...
इच्छा पूरी हो पाएगी मित्रों तब ही तो आपकी, वरना रह बस जाएगी ये कल्पना ही आपकी। इच्छा पूरी हो पाएगी मित्रों तब ही तो आपकी, वरना रह बस जाएगी ये कल्पना ही आपकी...
भूले से भी याद नहीं क्यों ? तुम भी इसी देह से जन्मे ! भूले से भी याद नहीं क्यों ? तुम भी इसी देह से जन्मे !
मां की ममता के आगे फीका है संसार, सबसे बड़ा दुनिया में होता मां का दुलार। मां की गोद से जन्म लेन... मां की ममता के आगे फीका है संसार, सबसे बड़ा दुनिया में होता मां का दुलार। मा...