कहीं मन में है एक उमंग कोई हमसफर भी हो संग कहीं मन में है एक उमंग कोई हमसफर भी हो संग
कर्म करते हुए हमको अपने भाग्य का स्वयं ही निर्माण करना है। कर्म करते हुए हमको अपने भाग्य का स्वयं ही निर्माण करना है।
विषमकोण अद्भुत अन्वेषण देगा हमारे दृष्टिकोण को विषमकोण अद्भुत अन्वेषण देगा हमारे दृष्टिकोण को
नीम पेड़ की, ऊपरी डाल की ,ओट में छिपे चाँद को आज मैंने छेड़ दिया । नीम पेड़ की, ऊपरी डाल की ,ओट में छिपे चाँद को आज मैंने छेड़ दिया ।
परंतु मेरा दृष्टिकोण कुछ भिन्न है ऐसी अनर्गल बातों से मन खिन्न हैं… परंतु मेरा दृष्टिकोण कुछ भिन्न है ऐसी अनर्गल बातों से मन खिन्न हैं…
चाहे कितना भी नोचो उखाड़ो और दबाओ, मन में पलती ही रहती हैं, चाहे कितना भी नोचो उखाड़ो और दबाओ, मन में पलती ही रहती हैं,