आंचल में छुप कर माँ के दिल को बहला लेती है आंचल में छुप कर माँ के दिल को बहला लेती है
चाहे कितना भी नोचो उखाड़ो और दबाओ, मन में पलती ही रहती हैं, चाहे कितना भी नोचो उखाड़ो और दबाओ, मन में पलती ही रहती हैं,