माँ के आगे छोटे त्रिपुरारी माँ है स्वयं भगवान अवतारी। माँ के आगे छोटे त्रिपुरारी माँ है स्वयं भगवान अवतारी।
भर पिचकारी मोहे रंग गिरधारी भव पार लगायो। भर पिचकारी मोहे रंग गिरधारी भव पार लगायो।
सक्षम दोनो ही पूर्ण यहाँ, जो राधा है वही गिरधारी। सक्षम दोनो ही पूर्ण यहाँ, जो राधा है वही गिरधारी।
मैं हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़ा असमंजस में हूँ पड़ा, मैं दोराहे पर हूँ खड़ा, कब तक रहूँ मै मैं हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़ा असमंजस में हूँ पड़ा, मैं दोराहे पर हूँ खड़ा, ...
रास लीलामें नाच नचाकर फ़िर क्युं छूप जाता है ?... रास लीलामें नाच नचाकर फ़िर क्युं छूप जाता है ?...
हर रंग की छटा अनूठी भीगे रंग गिरधारी प्रीत का रंग गहरा लागे भीगे जिसमें चुनरी हर रंग की छटा अनूठी भीगे रंग गिरधारी प्रीत का रंग गहरा लागे भीगे जिसमें चुनरी