बातें. हाँ शायद मैं इन्ही बातों में आ गई। बातें. हाँ शायद मैं इन्ही बातों में आ गई।
आँखें नशीली आँखों की मस्ती में हो जाए लीन उन शामों का हूँ शौकीन आँखें नशीली आँखों की मस्ती में हो जाए लीन उन शामों का हूँ शौकीन
ज़िंदगी की आपाधापी में ज़िन्दगी जीना ही भूल गये ! ज़िंदगी की आपाधापी में ज़िन्दगी जीना ही भूल गये !
रंग तो बहुत हैं दुनिया में पर हर रंग में रंग जाऊं ऐसी मेरी फितरत नहीं। रंग तो बहुत हैं दुनिया में पर हर रंग में रंग जाऊं ऐसी मेरी फितरत नहीं।
झोली कभी खाली नहीं रखता लड़ ने चला था शुक्रगुजार बना कर छोड़ा......। झोली कभी खाली नहीं रखता लड़ ने चला था शुक्रगुजार बना कर छोड़ा......।
तुम साँसो में जब नाम उसका सौ दफा दोहराते हो तुम साँसो में जब नाम उसका सौ दफा दोहराते हो