लफ्ज़ लब पर हैं धरे, आँखों से बातें करती है। लफ्ज़ लब पर हैं धरे, आँखों से बातें करती है।
प्रकृति जीवन रक्षक जीवन इसके बिन न रह पाएगी! प्रकृति जीवन रक्षक जीवन इसके बिन न रह पाएगी!
प्रभु जी तेरी महिमा, मैं कैसे करूं बयान प्रभु जी तेरी महिमा प्रभु जी तेरी महिमा, मैं कैसे करूं बयान प्रभु जी तेरी महिमा
कर्म की सदा ही संसार जय है। जो कर्म करता सदा उसकी विजय है। कर्म की सदा ही संसार जय है। जो कर्म करता सदा उसकी विजय है।
आम से लेकर महान दीनबंधु की दिनचर्या में सुखी जीवन जीने का ज्ञान योग है आम से लेकर महान दीनबंधु की दिनचर्या में सुखी जीवन जीने का ज्ञान योग है
दुःख - दर्द बाँटना चाहूँ, मुख से कुछ कह न पाऊँ, दुःख - दर्द बाँटना चाहूँ, मुख से कुछ कह न पाऊँ,