भजन
भजन
मैं कैसे करूं बयान, प्रभु जी तेरी महिमा
मोर भी गाए पपीहा भी गाए, गाए तेरी शान
प्रभु जी तेरी महिमा
धरती से अम्बर तक फैली, कण कण तेरी माया
प्रभु जी तेरी महिमा, मैं कैसे करूं बयान प्रभु जी तेरी महिमा
जब जब जीवन नैय्या डोले, तूने दिया सहारा
प्रभु जी तेरी महिमा, मैं कैसे करूं बयान प्रभुजी
तेरी महिमा
मैं तो हूं माटी की काया, तूने प्राण बसाया प्रभु जी तेरी महिमा,
मैं कैसे करूं बयान प्रभु जी तेरी महिमा
मंदिर, मस्जिद, गिरिजा घर में, तेरा ही रूप समाया प्रभु जी तेरी महिमा,
मैं कैसे करूं बयान प्रभु जी तेरी महिमा
तेरे द्वार से जो भी आया, झोलियां भर भर लाया प्रभु जी तेरी महिमा,
मैं कैसे करूं बयान प्रभु जी तेरी महिमा
जीवन बिन पतवार की नैय्या, तूने दिया किनारा
प्रभु जी तेरी महिमा, मैं कैसे करूं बयान प्रभुजी तेरी महिमा।
