प्रारम्भ हुआ फिर ऋतु- चक्र, शीतल बयार ने गति अपनाई! प्रारम्भ हुआ फिर ऋतु- चक्र, शीतल बयार ने गति अपनाई!
बज रहे हैं ढोल-ताशे जीत की ये रात है आ गई होली-ठिठोली की ये ऋतु क्या बात है! बज रहे हैं ढोल-ताशे जीत की ये रात है आ गई होली-ठिठोली की ये ऋतु क्या बात है!
नई तरंग से जीवन को, तरंगित कर जाती है। नई तरंग से जीवन को, तरंगित कर जाती है।
जैसे खोयी है गौरैया वैसे खोयी बिटिया रानी ! जैसे खोयी है गौरैया वैसे खोयी बिटिया रानी !
बरसे रंग गुलाल गगन से आते अद्भुत सुमन चमन से आई रे, आई रे टोली।। बरसे रंग गुलाल गगन से आते अद्भुत सुमन चमन से आई रे, आई रे टोली।।
जाड़ा गर्मी बरसात और बसंत के साथ एक ऋतु और होती जिसे हम सब रजस्वला ऋतु ही कहते! अगर ऋतुएँ च... जाड़ा गर्मी बरसात और बसंत के साथ एक ऋतु और होती जिसे हम सब रजस्वला ऋतु ही ...