हमें संज्ञा दे कर पशुओं की खुद पशुओं से कृत्य करते हो। हमें संज्ञा दे कर पशुओं की खुद पशुओं से कृत्य करते हो।
आज यहां सुरक्षित कौन है? जब आंगन में गूंजती किलकारियां मौन है क्यों नहीं हमारा खून खौलता? क... आज यहां सुरक्षित कौन है? जब आंगन में गूंजती किलकारियां मौन है क्यों नहीं ह...
स्मरण करें उनको जो शहीद हुए सरहद पर और लौट के घर ना आये.... स्मरण करें उनको जो शहीद हुए सरहद पर और लौट के घर ना आये....
भगवन क्षमा कीजिए अब भूल हमारी कृत्य हमें स्मरण। भगवन क्षमा कीजिए अब भूल हमारी कृत्य हमें स्मरण।
एक सुबह /अचानक/ खिड़की पर ठक ठक ठक/ आवाज हुई। एक सुबह /अचानक/ खिड़की पर ठक ठक ठक/ आवाज हुई।
वीरता, निडरता और निर्भीकता पर्यायवाची शब्द हैं। वीरता, निडरता और निर्भीकता पर्यायवाची शब्द हैं।