सुबह
सुबह
पंछियो का कलरव
दूधवाले की टेर
अखबार का आना
बच्चों का स्कूल जाना
सुबह इतनी भर नहीं होती।
सुबह
जागने से होती है
जागना नहीं चाहते लोग।
सदियों तक सोए रहते हैं
दूध,अखबार, स्कूल
यह सब तो बहाने हैं
सुबह होंंने के।
पंछियो का कलरव
दूधवाले की टेर
अखबार का आना
बच्चों का स्कूल जाना
सुबह इतनी भर नहीं होती।
सुबह
जागने से होती है
जागना नहीं चाहते लोग।
सदियों तक सोए रहते हैं
दूध,अखबार, स्कूल
यह सब तो बहाने हैं
सुबह होंंने के।